भगवान परशुराम का जीवन परिचय | Biography of Lord Parshuram भगवान परशुराम का जीवन परिचय | Parshuram ka jeevan parichay भगवान परशुराम का जन्म वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष में तृतीय को हुआ था और इसी दिन को इनकी जयंती तथा अक्षय तृतीया के नाम से भी मनाया जाता है पौराणिक कथाओं के अनुसार ऐसी मान्यता है कि इस दिन किए गए पुण्य कार्य का प्रभाव हमेशा बना रहता है कभी खत्म नहीं होता | भगवान परशुराम एक ऐसे ऋषि थे जिनका शस्त्र और शास्त्रों दोनों पर समान अधिकार था जिनका प्रभाव त्रेता युग से द्वापर युग तक था | यह एक तेजस्वी , ओजस्वी , वर्चस्वी महापुरुष थे | भगवान परशुराम का जन्म और उनका वंश | Birth of Lord Parashurama and his lineage भगवान परशुराम ऋषि जमदग्नि और रेणुका के सबसे छोटे तथा पांचवी पुत्र थे और यहां विष्णु के छठे अवतार के रूप में अवतरित हुए | पौराणिक कथाओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि इनका जन्म भारती महर्षि भृगु के पुत्र ऋषि जमदग्नि द्वारा संप